ट्रेन से बाइक को कैसे भेजे 2025 नया तरीक़ा | ट्रेन से बाइक कैसे भेजे | Cost | Documents | Tips
ट्रेन से बाइक को कैसे भेजे
- कितना किराया लगता है ?
- नया तरीक़ा क्या है ?
- क्या क्या दस्तावेज चाहिए ?
अगर आप लोग अपनी बाइक को पार्सल करने वाले हैं और ढूंढ रहे हैं कोई ऐसा पोस्ट जिसमें आपको पूरी जानकारी मिले तो आप लोगों ने बिल्कुल सही पोस्ट खोला है । आज आप जानेंगे कि बाइक को पार्सल करने के लिए क्या तरीक़ा होता है कितने रुपए लगते हैं और क्या-क्या तरीका होता है, क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए इन सब चीजों के बारे में आप जानेंगे । जो बाइक है उसे भेजना चाहिए ट्रेन से और कितना पहले जाना चाहिए क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए पूरा का पूरा जो है आप लोगों को आज क्लियर हो जाएगा ।
कभी भी आपको अपना बाइक भेजना होता है तो सबसे पहले आपको जाना होता है रेलवे पार्सल ऑफिस में अब यहां पर जाने के बाद आपके पास दो ऑप्शन होते हैं पहला ऑप्शन क्या है कि यहां पर आप अपनी बाइक को खुद पैक कीजिए और या दूसरा ऑप्शन है कि वहां पर कुछ वर्कर्स होते हैं उससे आप पैक करवा लीजिए अगर आप बाइक को खुद ही पैकिंग करेंगे तो आपका जो है 100₹ से ₹200 से ₹ 600 जो है आपके लग जाएंगे लेकिन दोस्तों मैं आपको सलाह दूंगा कि आप लोग जो है यहां पर जो वर्कर हैं उनसे पैकिंग कराइए क्योंकि ये उन लोगों का काम है उनको इस चीज की आदत है कि कैसे पैकिंग करनी चाहिए कैसे जो है मतलब अच्छे से पैक होगा तो भले ही आपके ₹ 400 एक्स्ट्रा लग जाएंगे यहां पे आपकी बाइक जो है हिफ़ाज़त से रहेगी तो आपको इस चीज का बहुत ही ध्यान रखना है कि आप वहां पे जाके पहले पैकिंग कराइए और ये ध्यान रखिए कि जब आप वहां पे जा रहे हैं तो आपकी बाइक है पेट्रोल नहीं होना चाहिए क्योंकि अगर आपकी बाइक में पेट्रोल होगा तो वहां पर जो वहां पर पैकिंग करते हैं बाइक को वो आपका पेट्रोल निकाल लेंगे तो आपको ये भी ध्यान देना है कि आप एक बोतल ले जाइए अपने साथ उस बोतल में आप जो पेट्रोल वहां पे निकालेंगे वो रख सकते हैं तो एक पाइप के जरिए जो है वहां पर पेट्रोल निकाल देते हैं वैसे क्योंकि अगर आप जाते हैं बाइक से ट्रेवल करके ही तो थोड़ा पेट्रोल जो बाइक में रहता ही है लेकिन आपको यह ध्यान रखना है कि आपकी बाइक जो है जब ट्रेन में चढ़ाएंगे तो उस समय आपकी बाइक में बिल्कुल भी पेट्रोल नहीं होना चाहिए क्योंकि होता क्या है कि जब ट्रेवल करते हैं ट्रेन से तो उस समय आग लगने का खतरा होता है और इसलिए क्या होता है कि किसी भी बाइक में जो है पेट्रोल नहीं होना चाहिए तो यह रूल है दोस्तों ।
अब दोस्तों जब आपकी बाइक पैक हो जाती है तो आपको जाना है रेलवे पार्सल ऑफिस वहां पर आपको एक फॉर्म मिलेगा उस फॉर्म को आपको भरना है तो कुछ इस तरह का फॉर्म जो है आपको भरना होता है तो इसमें आपको प्रॉपर डिटेल डालनी होती है आप दोस्तों ये ध्यान रखिए कि वहां पर आपको कुछ डॉक्यूमेंट अटैच करने होते हैं तो बेसिकली आपको डॉक्यूमेंट के फ़ोटोकॉपी चाहिए होंगे आपको पहला चाहिए होगा आपका आईडी कार्ड इस आईडी कार्ड में जैसे आप ले आ सकते हैं आपका वोटर आईडी या फिर आधार कार्ड या फिर पैन कार्ड या फिर आपका डीएल यानी कि ड्राइविंग लाइसेंस सेकंड चीज जो है आपको ले जाना होता है गाड़ी का आरसी गाड़ी का आरसी जो है वो बहुत जरूरी होता है इसके बिना जो है आप अपनी गाड़ी को नहीं भेज सकते अगर आपके पास आपके गाड़ी के आरसी पेपर नहीं है और थर्ड चीज है आपको ले जाना है अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस कॉपी जो है आपको ले जाना पड़ेगा वो भी बहुत जरूरी होता है आपको जब आपका बाइक पार्सल करना है उस समय तो इन तीन चीजों का जो है आपको यहां पर फोटो कॉपी अपने साथ ले जाइए वरना आप वहां जाएंगे तो आपको वहां पर मुश्किल होगी, फोटो कॉपी कराने में तो इसलिए पहले से आप मेक श्यर कीजिए कि आप ये जो फोटोकॉपीया है वो अपने साथ में ले जा रहे हैं ।
अब दोस्तों जब ये फॉर्म आप भरते हैं तो इसमें आपको अपनी बाइक का मूल्यांकन लगाना होता है मूल्यांकन का मतलब क्या होता है जैसे मान लीजिए आपकी बाइक जो है ₹1 लाख की है ठीक है तो ₹1 लाख का जो है 1 प्रतिशत पर आपको यहां पर चार्ज लगता है जैसे मान लीजिए आपकी बाइक ₹1 लाख की है तो उसका 1 प्रतिशत पर हो गया ₹1000 जो है आपको चार्ज लगेगा ठीक है तो देखिए दोस्तों जैसे आपने बाइक खरीदी वो ₹1 लाख की थी तो करीबन पांच छ महीने के बाद क्या होता है उसकी वैल्यू थोड़ी सी गिर जाती है तो करीबन वो 70 से 80000 हो जाता है ठीक है लेकिन बहुत लोग क्या करते हैं थोड़े पैसे बचाने के लिए अपनी बाइक की मूल्यांकन जो है काफी कम लगा देते हैं 40000 मतलब या फिर 400 इस तरह से लेकिन दोस्तों ऐसा करना नहीं चाहिए क्योंकि अगर मान लीजिए कोई चोट पहुँचती है बाइक को तो जो आपको पैसे यहां पर मिलेंगे रेलवे से तो वो भी कम मिलेंगे तो इसका आपको ध्यान रखना है कि थोड़ा बहुत मूल्यांकन के चक्कर में अपना जो घाटा हो सकता है आपका वो नहीं कीजिए जो मूल्यांकन आपके इंश्योरेंस पेपर पर मेंशन है आप ही ट्राई कीजिए कि उतना ही मूल्यांकन आप लोग जो है मेंशन कीजिए भले ही आपको उसका 1 प्रतिशत पर देना पड़ रहा है क्योंकि वहां पर क्या होगा आप 200 से 400 बचा तो लेंगे लेकिन अगर आपका बाइक का डैमेज हो जाता है तो आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है तो हमेशा ध्यान दीजिए कि जब भी आप भरते हैं बाइक का मूल्यांकन तो आपको वो सही भरना है जिस ट्रेन से आप बाइक को भेज रहे हैं अगर आप उस ट्रेन में सफर कर रहे हैं तो आपको ये चीज जो है अपने फॉर्म पर मेंशन करनी है कि आप जो है सेम ट्रेन से सफर भी कर रहे हैं ये आपको वहां पर मेंशन करना होता है ।
पार्सल ऑफिस में आपको तीन फॉर्म मिलते हैं पहला फॉर्म जो है वो रख लेती है ऑफिस में ही एंड सेकंड फॉर्म जो है वो वो आपके बाइक पर लगा दिया जाता है एंड थर्ड फॉर्म जो है वो आपको दे देते हैं जब आप बाइक को रिसीव करेंगे तो आपको उस समय ये वाला ओरिजिनल जो फॉर्म है वो देना पड़ेगा तभी आपको जो है आपका बाइक मिल पाएगा ऐसा नहीं होगा कि आप वहां पर कोई स्क्रीनशॉट दिखा दे फोटोकॉपी दिखा दे उससे काम नहीं चलने वाला आपको वहां पर ओरिजिनल जो ये सब फॉर्म है वही देंगे तभी जो है आपको यहां पर बाइक आपकी मिलेगी ये फॉर्म जो है आपने भेज सकते हैं स्पीड पोस्ट की सहायता से मतलब किसी भी वे से आप भेजिए जो वहां पर प्राप्त कर रहे हैं उनके पास ये फॉर्म होना चाहिए ऐसा कोई जरूरी नहीं है कि आप खुद ही इसको प्राप्त कीजिए आप जिसको भी चाहे मतलब आप नाम मेंशन कर सकते हैं कि यह रिसीव करने आएंगे और वह जो है आपका यह पेपर दिखा के अपना आईडी कार्ड दिखा के और यह जो डॉक्यूमेंट है फॉर्म वो दिखा के आपका जो बाइक है रिसीव कर सकते हैं अब दोस्तों बात करते हैं ये करीबन कितना खर्चा आता है आप जब बाइक को भेजते हैं ट्रेन से तो देखिए जैसे मान लीजिए आपकी जो बाइक है वो करीबन 80000 वैल्यूएशन है तो उसका 1% हो गया आपका 800 और आप ट्रेवल कर रहे हैं करीबन 1000 किमी तो उसका हो गया करीबन 1000 से 1500 मान लीजिए 1000 तो 1500 जमा 800 तो ये आपका करीबन हो गया ₹ तो मतलब कि 2000 से 2500 के बीच में अगर आप 1000 किमी का ट्रेवल कर रहे हैं बाइक को भेज रहे हैं तो 2500 तक जो है आपका खर्चा आ सकता है थोड़ा बहुत ये ऊपर नीचे हो सकता है खर्चा लेकिन लगभग में ये इतना ही रहता है।
अब मैं बताऊंगा आप लोग को कुछ गोल्डन पॉइंट जो कि आपकी काफी हेल्प करेंगे जब आप अपने बाइक को भेजते हैं तो देखिए जब भी आप अपना मोबाइल नंबर मेंशन करते हैं तो ये ध्यान दीजिए कि आपका जो मोबाइल नंबर है एकदम सही मेंशन होना चाहिए बिकॉज़ उस पर जो है आपकी बाइक कहां पर पहुंची है कितने बजे पहुंचेगी इन सब का जो ट्रैक है वो आपके इस नंबर पर आता रहेगा तो आपको बहुत ध्यान से एकदम सही नंबर ही मेंशन करना है सेकंड चीज दोस्तों आपकी जब बाइक वहां पर पहुंच जाती है डेस्टिनेशन पर तो उसके बाद 6 घंटे तक जो है कोई भी चार्ज नहीं लगता है पार्किंग का लेकिन 6 घंटे के बाद जो है आपको ₹10 / घंटा जो है चार्ज लगता है तो यह आप ध्यान रखिए कि जब बाइक वहां डिलीवर हो जाती है तो उसके 6 घंटे के अंदर ही आप लोग वहां से बाइक को ले लीजिए अब दोस्तों जो पर्सन वहां पर बाइक को प्राप्त कर रहे हैं उन पर्सन के पास उनका अपना आईडी प्रूफ और साथ-साथ जो यह जो फॉर्म था यह फॉर्म उनके पास असली रहना चाहिए इसकी फोटोकॉपी, स्क्रीनशॉट कुछ नहीं चलेगा ओरिजिनल फॉर्म जो है उनको देना पड़ेगा तभी जो है उनका ये वाला जो बाइक है वो ले सकते हैं अगला दोस्तों पॉइंट है कि बिना आरसी क्या हम बाइक को भेज सकते हैं तो नहीं अगर आपके पास आरसी पेपर नहीं है आपकी बाइक का तो आप लोग जो है अपनी गाड़ी को भेज नहीं सकते हैं तो ध्यान रखिए कि आपके पास हमेशा आपकी बाइक का आरसी रहना चाहिए तभी जो है अपनी बाइक को ट्रेन के द्वारा भेज सकते हैं।
कितना पहले आपको जाना चाहिए जब भी आप बाइक को भेज रहे हैं तो जब आपकी ट्रेन का टाइमिंग है उससे अगर आप दो-तीन घंटे पहले भी जाते हैं तब भी आपका काम आराम से हो जाएगा ऐसा नहीं होगा कि आपको एक दिन पहले जाना पड़ रहा है जैसे मान लीजिए आपकी ट्रेन जो है 5:00 बजे की है तो अगर आप 2:00 बजे ही पहुंचते हैं तब भी जो है आपका काम आराम से हो जाएगा बट मैं आपको सजेस्ट करूंगा कि आप जो है एक दो घंटा एक्स्ट्रा लेके चलिए थोड़ा जल्दी जाना बेहतर होता है लेट जाने के मुकाबले वरना चीजें जो हैं काफी हरबड़ा जाती हैं और वहां पर काफी भीड़ भी हो सकती है बट फिर भी दोस्तों दो से तीन घंटा जो है काफी होगा आपके बाइक को पार्सल करने के लिए ।
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