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अब ट्रेन की वेटिंग टिकट नहीं कर सकेंगे बुक | Train ticket booking system changed | Indian Railway


आज हम बात करने वाले हैं कि रेलवे में क्या होता है कि जब भी हम टिकट बुक कर रहे हैं तो वेटिंग को बंद कर दिया गया है मतलब वेटिंग पे क्या है ट्रेवलिंग अलाउ नहीं है तो लोगों को दोस्तों मन में यह है कि भाई जब वेटिंग अलाउ ही नहीं है तो वेटिंग टिकट बुक ही क्यों हो रही है जैसे वेटिंग टिकट बुक होती है भले ही वो चाहे किसी भी की कोई टिकट बुक करें ठीक है अब लोगों के मन दिक्कत दोस्तों यह है कि वेटिंग जो है जब अलाउ ही ट्रेवल नहीं है तो बुकिंग क्यों हो रही है इसके ऊपर लोगों को बहुत गुस्सा रहता है । 


हमेशा तो आपको पता होगा कि जब भी हम वेटिंग टिकट बुक करते हैं और जब उसे कैंसिल कराते हैं तो यहां पर हमको ₹60 काटा जाता है फॉर स्लीपर एंड 60 प्स जीएसटी काटा जाता है फॉर एसी तो दोस्तों रेलवे का जो नया अपडेट है वो अपडेट यह है कि अब से जो है मतलब वेटिंग को प्रॉपर बंद कर दिया जाएगा लेकिन क्या किया जाएगा इसके बारे में आप जान पाएंगे इस वीडियो में बिकॉज कई बार ऐसा हुआ है कि कुछ स्टेशंस पे क्या है अभी भी वेटिंग की टिकट लोग लेके ट्रेवल करते हैं सोचते हैं चलो भाई टिकट ले लिया है वेटिंग का कैसे भी ट्रेवल कर ही लेंगे एटलीस्ट हमारे पास टिकट तो हैऔर मुझे कई सारे कमेंट्स भी आते हैं कि भाई कई वेटिंग बंद नहीं हुआ वेटिंग पर ट्रेवल अलाव है लेकिन टीटी भी कुछ नहीं कहते यहां तक कि जो अंदर वो सीआरपीएफ होती है भी कुछ नहीं कहते हैं लेकिन अब जो दोस्तों ये नियम है इससे आपको कुछ ना कुछ फर्क देखने को मिलेगा बिकॉज अब जो है यहां पर वेटिंग टिकट अलाउ नहीं होगी । 

रेलवे का जो यह अपडेट है वह क्या है देखिए दोस्तों यहां पर क्या है कि रेलवे ने जो है टिकट बुकिंग के लिए अब इंट्रोड्यूस कर दिया है एआई को ये एआई क्या होता है एआई दोस्तों मतलब होता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ठीक है 

तो दोस्तों यहां पे इसके थ्रू क्या होगा जैसे अभी क्या होता है दोस्तों जैसे हम टिकट बुक करते हैं यहां पर हमारी 400 वेटिंग 500 वेटिंग तक भी पहुंच जाता है और उसमें से हम पता है कि 10 पर 20 पर हीहै मतलब कंफर्म होती है बाकी कंफर्म नहीं होती अब दोस्तों एआई के आने के बाद रेलवे यहां पर क्या इंप्लीमेंट करेगा जैसे मान लीजिए एक रूट है जैसे मान लीजिए दिल्ली से लेकर बिहार तक है वहां पे क्या है कि 100 टिकट जो है यहां पर वेटिंग कंफर्म हो जाती है ठीक है तो जितना नॉर्मली कंफर्म हो जाता है उससे 10 पर ज्यादा लेके जो है वहां तक वेटिंग आप बुक कर पाएंगे उसके बाद दोस्तों आप जो है । 

वेटिंग टिकट बुक ही नहीं कर पाएंगे मतलब आपको वहां पर शो हो जाएगा रिग्रेट मतलब आप बुक नहीं कर सकते हैं इससे दोस्तों फायदा ये होगा कि यहां पर वेटिंग जो है मतलब रेशो बहुत कम हो जाएगामतलब जितना कंफर्म होगा वो तो होगा ही सिर्फ 10 पर ज्यादा होगा तो इससे क्या होगा भीड़ कम होगी और जो लोग मतलब यहां पर वेटिंग में टिकट लेके ट्रेवल कर लेते थे भले ही फाइन दे रहे थे ट्रेवल कर लेते तो वो दिक्कत दोस्तों खत्म हो जाएगी अब यहां पर मैं आपको कुछ एग्जांपल बताता हूं देखिए दोस्तों जैसे मान लीजिए यहां पर क्या है दिल्ली से बिहार कोई जा रहा है । 

वहां पर क्या है नॉर्मली 100 तक जो है वेटिंग कंफर्म हो जाती है ठीक है तो यहां पर 100 का जो 10 पर हुआ वो आपका हुआ 10 तो यहां पर क्या हुआ कि 110 तक आप जो है वेटिंग बुक कर पाएंगे उसके बाद क्या है वेटिंगबुक ही नहीं हो पाएगा मतलब रिग्रेट में आ जाएगा इससे फायदा दोस्तों बहुत होगा क्योंकि यहां पे जब टिकट ही नहीं होगी वेटिंग की तो लोग ट्रेवल लेके क्या करेंगे हां ये मैं जानता हूं कि लोगों के पास कुछ ना कुछ जुगाड़ यहां पर होता है लेकिन ऑफिशियल जो है रेलवे एआई को इंट्रोड्यूस करने वाली है और दोस्तों आप लोग देखेंगे कि जो यहां पर वेटिंग जो बहुत-बहुत आने वाली थी जैसे कि 400 500 इतना नंबर तक जा रहा था वो आना बंद हो जाएगा तो कुछ प्रॉब्लम को जो है रेलवे ने यहां पर कम करने की कोशिश करी है अब दोस्तों देखते हैं कि कितना ये मतलब कारगर साबित होता हैबिकॉज़ अभी जो रेलवे ने वेटिंग बंद किया तो लोग को कहना था भाई वेटिंग बंद कर दिया फाइन वैसे ही ले रहे हो मतलब दुख तो होता ही है।  

जब हमारी कोई गलती नहीं है टिकट ऑटोमेटिक कैंसिल हो रहा है वेटिंग वाला तब भी हम फाइन भरते हैं चलो एक चीज बंद किया ट्रेवलिंग बंद किया टिकट बंद नहीं किया अब यहां पर एक और नया नियम आया है बट देखते हैं मे बी ये जो नियम नया आया है इससे कुछ ना कुछ चेंजेज देखने को मिले और हम जो है मतलब आराम से ट्रेवल कर पाएं बिकॉज दोस्तों जो दिक्कत आई थी वेटिंग को बंद करने की ये दिक्कत इसीलिए थी क्योंकि लोग बिकॉज दोस्तों यहां पर क्या था जो लोगट्रेवल कर रहे हैं कंफर्म टिकट है वो कह रहे थे कि हमारी सीट प हम खुद ही नहीं बैठ पा रहे हैं इतनी भीड़ होती है ट्रेन में इतना वेटिंग पैसेंजर बैठ जाते हैं इसको लेके जो है दोस्तों यहां पर काफी सारे ट्वीट्स हुए थे और तब जाके जो है इस चीज को इंप्लीमेंट किया गया था जो कि 1 जुलाई से था लेकिन दोस्तों आप प्लीज ये नोट कर लीजिए कि ये नियम काफी पुराना है मतलब नियम यह कहता है कि आपको तो है वेटिंग में ट्रेवल करना अलाव ही नहीं है वेटिंग में आपको अगर बहुत इमरजेंसी है तो आपके पास अगर काउंटर वेटिंग है तो आप जनरल कोच में ट्रेवल कर सकते हैं जो जिसे हम बोलते हैंअनडिजर्व्ड कोच लेकिन इसको इतना मतलब प्रेशर नहीं दे रहे थे मतलब इतना उसपे ध्यान दिया नहीं जा रहा था 1 जुलाई के बाद से क्या हुआ दोस्तों ऑफिशियल बोला गया कि इस पर ध्यान देना है फाइन लेना स्टार्ट किया गया फाइन देने के बाद भी ट्रेवल करना मतलब अलाव नहीं किया गया तो थोड़ा सीरियसली लिया गया लेकिन कुछ-कुछ रूट्स ऐसे होते हैं जहां पर इस चीज को लोग फॉलो नहीं करते हैं बिकॉज दोस्तों वहां पर क्या होता है।  

भीड़ बहुत ज्यादा होती है और वहां पर क्या है टीटी और जो यहां पर जवा वो होते हैं हमारे सीआरपीएफ होते हैं वो इतने मतलब कम संख्या में होते हैं तो उतना लोग कोई भी हैंडल नहीं कर पाएगा लेकिन ऑफिशियल रूल आता है कोई जब टिकट ही बंद कर देंगे तो उससे दोस्तों फर्क देखने को कुछ ना कुछ मिलना चाहिए । 

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