Barauni Rail Accident : बॉक्स पोर्टर से रेल इंजन डिटैच का काम करवा रही थी रेलवे , मौत हुई तो भागे ड्राइवर-अधिकारी
Barauni Rail Accident: बरौनी जंक्शन पर शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया । रेल इंजन को जोड़ने का काम कर रहे अमर कुमार की दर्दनाक मौत हो गयी। रेलवे अप्डेट की पड़ताल में पता चला है की अमर कुमार बरौनी जंक्शन में बोक्षस पोर्टर का काम करते थे। उन्हें बिना किसी ट्रेनिंग के ही रेल इंजन के ही रेलवे इंजन जोड़ने का काम करवाया जा रहा था। पढ़िए बरौनी जंक्शन से ग्राउंड रिपोर्ट...
रिपोर्ट : मयंक झा
बेगूसराय : सोनपर मंडल के अंतर्गत बरौनी जंक्शन पर शनिवार को एक दुखद हादसे में रेल इंजन डिटैच करते समय बॉक्स पोर्टर अमर कुमार की इंजन और एलडब्लूएलआरएम के बीच दबकर मौत को गयी। इस घटना को लेकर सोनपुर मंडल की ओर से जारी सूचना में स्टेशन मास्टर नागमणी , लोकों शंटर राकेश रोशन और काँटावाला मोहम्मद सुलेमान पर आरोप लगाए है।
रेल प्रशासन इस मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहारा ले रही है. यह हादसा 9 नवंबर (शनिवार) सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर लाइन संख्या 6 पर हुआ. लोकल 18 की टीम ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर इस मामले की पड़ताल की, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घटना के लिए कौन जिम्मेदार है.
शव निकालने में 1 घंटे 45 मिनट का समय
रेल प्रशासन के अनुसार, अमर कुमार के शव को निकालने में 1 घंटे 45 मिनट का समय लगा । साथी कर्मी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि शव निकालने में देरी इसलिए हुई क्योंकि फंसे हुए रेल के पार्ट्स को काटना पड़ा । मृतक के परिजन राजीव कुमार ने बताया कि घटना की सूचना उन्हें एक घंटे बाद मिली । जब वे घटनास्थल पर पहुंचे, तो पता चला कि रेल ड्राइवर और अन्य साथी अमर को फंसा हुआ छोड़कर भाग गए थे. उन्होंने दावा किया कि स्टेशन पर कोई अधिकारी मौजूद नहीं था और न ही किसी ने उसे बचाने का प्रयास किया।
रेल प्रशासन के अनुसार, अमर कुमार के शव को निकालने में 1 घंटे 45 मिनट का समय लगा । साथी कर्मी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि शव निकालने में देरी इसलिए हुई क्योंकि फंसे हुए रेल के पार्ट्स को काटना पड़ा । मृतक के परिजन राजीव कुमार ने बताया कि घटना की सूचना उन्हें एक घंटे बाद मिली । जब वे घटनास्थल पर पहुंचे, तो पता चला कि रेल ड्राइवर और अन्य साथी अमर को फंसा हुआ छोड़कर भाग गए थे. उन्होंने दावा किया कि स्टेशन पर कोई अधिकारी मौजूद नहीं था और न ही किसी ने उसे बचाने का प्रयास किया।
बॉक्स पोर्टर से रेल इंजन डिटैच का काम करवा रही थी रेलवे
मृतक के भाई शेखर कुमार ने बताया कि अमर बरौनी जंक्शन पर बॉक्स पोर्टर का काम करते थे। उनका कार्य इंजन से बॉक्स को उतारकर सही स्थान पर रखना था। लेकिन रेलवे ने उनसे इंजन डिटैच करने का काम करवाया, जिसमें उनकी कोई ट्रेनिंग नहीं थी. परिजनों के अनुसार, अमर को कांटावाला का काम सौंप दिया गया था । सवाल यह उठता है कि यदि बिना प्रशिक्षण के किसी से इंजन जोड़ने का काम करवाया गया और हादसा हो गया, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है? अमर ने 2021 में अपने पिता के निधन के बाद रेलवे में अनुकंपा के आधार पर नौकरी ज्वाइन की थी।
मृतक के भाई शेखर कुमार ने बताया कि अमर बरौनी जंक्शन पर बॉक्स पोर्टर का काम करते थे। उनका कार्य इंजन से बॉक्स को उतारकर सही स्थान पर रखना था। लेकिन रेलवे ने उनसे इंजन डिटैच करने का काम करवाया, जिसमें उनकी कोई ट्रेनिंग नहीं थी. परिजनों के अनुसार, अमर को कांटावाला का काम सौंप दिया गया था । सवाल यह उठता है कि यदि बिना प्रशिक्षण के किसी से इंजन जोड़ने का काम करवाया गया और हादसा हो गया, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है? अमर ने 2021 में अपने पिता के निधन के बाद रेलवे में अनुकंपा के आधार पर नौकरी ज्वाइन की थी।
हादसे के बाद भाग गया ड्राइवर
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों और मृतक के भाई राहुल ने लोकल 18 को बताया कि उनके भाई को मरते देख ड्राइवर और अन्य कर्मचारी घटनास्थल से भाग गए। उन्होंने आरोप लगाया कि किसी ने भी उनके भाई को बचाने की कोशिश नहीं की और न ही रेलवे ने परिजनों को इस घटना की सूचना दी। मृतक के परिजनों ने इस घटना की कड़ी जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
जांच में जुटा रेलवे प्रशासन
सोनपुर के डीआरएम विवेक भूषण ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घटना कैसे हुई और रेलवे से कहां चूक हुई। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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